पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) इंडियन प्रीमियर लीग (आईपीएल) की विंडो का लाभ उठाकर पाकिस्तान सुपर लीग (PSL) को भी अप्रैल-मई में आयोजित करने की योजना बना रहा है। इस फैसले का मुख्य कारण इस समय के दौरान अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैचों की कम संख्या है, जिससे विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी लीग के लिए उपलब्ध हो सकते हैं।
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Toggleपीसीबी की योजना
पीसीबी ने शुक्रवार 17 मई को पीएसएल फ्रेंचाइजी के साथ एक बैठक की। इस बैठक में 2025 और 2026 में अप्रैल-मई विंडो में पीएसएल आयोजित करने के फायदों पर विस्तार से चर्चा की गई।
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PSL फ्रेंचाइजी मालिकों की राय
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार फ्रेंचाइजी मालिकों ने तर्क दिया कि अगर पीएसएल अप्रैल-मई विंडो में आयोजित किया जाता है, तो इसमें दुनिया के कुछ सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भाग ले सकेंगे। इसमें ऐसे खिलाड़ी शामिल हो पाएंगे जिन्हें आईपीएल फ्रेंचाइजी में जगह नहीं मिल पाएगी। पीसीबी ने एक प्रेस विज्ञप्ति में कहा कि उन्होंने फ्रेंचाइजी मालिकों से कहा था कि वे बेहतरीन खिलाड़ियों को साइन कर सकते हैं और बोर्ड वित्तीय सहित हर संभव तरीके से उनकी मदद भी करेगा।
आपको बताते चलें की पीएसएल को 2016 में दुबई में लॉन्च किया गया था और 2025 में इसे 10 साल पूरे हो जाएंगे। आम तौर पर इसका आयोजन फरवरी और मार्च के बीच होता रहा है।
भविष्य की योजना
मीडिया रिपोर्ट्स में बताया जा रहा है की 2025, 2026 और उसके बाद का क्रिकेट कैलेंडर काफी व्यस्त है। इसके साथ ही अक्टूबर और फरवरी के बीच बहुत सारी लीग्स खेली जाती हैं, ऐसे में आईपीएल द्वारा उपयोग की जाने वाली विंडो पीएसएल के लिए सबसे उपयुक्त होगी। हालांकि इससे कुछ समय के लिए दोनों लीग के बीच टकराव जरूर होगा, लेकिन यह पीएसएल के भविष्य लिए बेहतर होगा।
कुल मिला के पीसीबी की इस योजना का उद्देश्य पीएसएल को और अधिक प्रतिस्पर्धात्मक बनाना है। अप्रैल-मई विंडो का चयन करके पीसीबी ने यह सुनिश्चित करने की कोशिश की है कि पीएसएल में विश्व के सर्वश्रेष्ठ खिलाड़ी भाग ले सकें।