मोहम्मद शमी न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज से बाहर, बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भागीदारी पर भी संदेह। जानिए उनकी चोट की स्थिति और भारतीय टीम पर इसका असर।
बीसीसीआई ने हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ होने वाली टेस्ट सीरीज के लिए 15 सदस्यीय भारतीय टीम की घोषणा की है। इस टीम में यश दयाल को छोड़कर बाकी सभी प्रमुख खिलाड़ियों को जगह दी गई है। जसप्रीत बुमराह को टीम का उप-कप्तान बनाया गया है, लेकिन मोहम्मद शमी, जिनकी वापसी की उम्मीद थी, उन्हें इस सीरीज के लिए टीम में शामिल नहीं किया गया है। इस चयन से कई सवाल खड़े हो रहे हैं, खासकर उनकी आगामी बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में भागीदारी को लेकर।
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Toggleमोहम्मद शमी की गैरमौजूदगी: कारण और स्थिति
मोहम्मद शमी इस समय टखने की चोट से उबर रहे हैं, जो कि विश्व कप 2023 के बाद से उन्हें परेशान कर रही है। इस चोट के कारण वे लंबे समय से मैदान से दूर हैं। फरवरी 2024 में शमी ने अपनी Achilles Tendon की सर्जरी करवाई थी, जिसके बाद से वे फिटनेस पर काम कर रहे हैं। यही कारण है कि उन्हें न्यूजीलैंड टेस्ट सीरीज में शामिल नहीं किया गया है। चयनकर्ताओं ने इस सीरीज के लिए युवा खिलाड़ियों जैसे हर्षित राणा, मयंक यादव और प्रसिद्ध कृष्णा को बैकअप के रूप में शामिल किया है।
बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में शमी की भागीदारी पर संदेह
शमी ने हाल ही में नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) में पूरी रफ्तार से गेंदबाजी करना शुरू किया है और उनकी योजना रणजी ट्रॉफी में बंगाल के लिए खेलने की थी। इससे उनकी अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में वापसी का रास्ता साफ हो सकता था। हालांकि, ऐसा लगता है कि शमी अभी भी प्रतिस्पर्धी क्रिकेट के लिए पूरी तरह से तैयार नहीं हैं। हाल ही में शमी की घुटने की चोट के बारे में अफवाहें भी फैली थीं, लेकिन शमी ने खुद इन खबरों को खारिज कर दिया और कहा कि वह अपनी फिटनेस हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत कर रहे हैं।
शमी की वापसी के लिए नजरें रणजी ट्रॉफी पर
अब सभी की निगाहें शमी की रणजी ट्रॉफी में भागीदारी पर टिकी हैं। अगर वह बंगाल के लिए रणजी ट्रॉफी खेलते हैं और फिटनेस साबित करते हैं, तो बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में उनका खेलना मुमकिन हो सकता है। ऑस्ट्रेलिया के मुश्किल हालात में भारतीय टीम को उनके अनुभव की जरूरत होगी। लेकिन अगर अगले महीने के भीतर वह प्रतिस्पर्धी क्रिकेट में वापसी नहीं कर पाए, तो संभावना है कि वह ऑस्ट्रेलिया दौरे से भी बाहर हो सकते हैं।
क्या भारत को शमी की कमी महसूस होगी?
मोहम्मद शमी के ना होने से भारतीय टीम को तेज गेंदबाजी विभाग में बड़ा झटका लग सकता है। हालांकि, बुमराह के नेतृत्व में भारतीय तेज गेंदबाजी आक्रमण मजबूत है, लेकिन ऑस्ट्रेलियाई परिस्थितियों में शमी जैसा अनुभवी गेंदबाज बहुत अहम हो सकता है। ऐसे में शमी की फिटनेस पर सभी की नजरें टिकी रहेंगी, क्योंकि उनकी वापसी टीम इंडिया के लिए निर्णायक साबित हो सकती है।