बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी के पहले टेस्ट में शुभमन गिल की फिटनेस पर सस्पेंस बना हुआ है। जानें मोर्ने मॉर्कल का बड़ा अपडेट और देवदत्त पडीक्कल को मौका मिलने की संभावना।
भारत और ऑस्ट्रेलिया के बीच बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी का पहला टेस्ट पर्थ के ऑप्टस स्टेडियम में शुरू होने वाला है। यह मुकाबला दोनों टीमों के लिए बेहद अहम है। दोनों टीमें जोरदार तैयारी में जुटी हुई हैं, लेकिन भारतीय टीम के लिए चयन को लेकर कुछ चिंताएं हैं। कप्तान रोहित शर्मा अपने दूसरे बच्चे के जन्म के कारण उपलब्ध नहीं होंगे, और शुभमन गिल भी प्रैक्टिस के दौरान चोटिल हो गए हैं।
हालांकि, शुभमन गिल के खेलने पर उठे सवालों के बीच भारतीय टीम के गेंदबाजी कोच मोर्ने मॉर्कल ने एक बड़ी राहत की खबर दी है। उन्होंने बताया कि गिल की स्थिति में सुधार हो रहा है और अंतिम फैसला मैच की सुबह लिया जाएगा।
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Toggleशुभमन गिल के खेलने की संभावना
मोर्ने मॉर्कल ने 20 नवंबर को प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि शुभमन गिल ने मैच सिमुलेशन के दौरान अच्छा प्रदर्शन किया है और उनकी फिटनेस दिन-ब-दिन बेहतर हो रही है। उन्होंने कहा:
“वह हर दिन बेहतर हो रहे हैं। हम टेस्ट की सुबह फैसला लेंगे। उन्होंने प्रैक्टिस में अच्छा प्रदर्शन किया है, इसलिए हमारी उंगलियां पार हैं।”
गिल के नहीं खेलने पर देवदत्त पडीक्कल को मौका
यदि शुभमन गिल पूरी तरह से फिट नहीं होते हैं, तो उनकी जगह देवदत्त पडीक्कल को टीम में शामिल किया गया है। पडीक्कल तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी कर सकते हैं। इसके साथ ही, केएल राहुल पारी की शुरुआत करेंगे और नीतीश रेड्डी भी पर्थ टेस्ट में डेब्यू कर सकते हैं।
टीम इंडिया के लिए बड़ी चुनौती
यह सीरीज दोनों टीमों के लिए बेहद महत्वपूर्ण है क्योंकि यह वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप (WTC) के फाइनल तक पहुंचने का रास्ता तय करेगी। भारत हाल ही में न्यूजीलैंड के खिलाफ टेस्ट सीरीज में व्हाइटवॉश का सामना कर चुका है, जिससे टीम पर दबाव और बढ़ गया है। दूसरी ओर, ऑस्ट्रेलिया इस समय बेहतर फॉर्म में है और सीरीज जीतने की प्रबल दावेदार मानी जा रही है।
लेकिन, भारत ने पिछले दो टेस्ट सीरीज में ऑस्ट्रेलिया को उनके ही घर में हराया है। इस बार भी भारतीय टीम अपनी पिछली जीत का सिलसिला बरकरार रखना चाहेगी।
क्या कहते हैं आंकड़े?
- गिल की मौजूदगी: शुभमन गिल का योगदान पिछले कुछ सीरीज में अहम रहा है। उनकी गैरमौजूदगी में भारत की बल्लेबाजी क्रम कमजोर हो सकती है।
- ऑस्ट्रेलिया की मजबूती: कंगारू टीम घरेलू मैदान पर हमेशा खतरनाक साबित होती है।
आपकी क्या राय है? क्या शुभमन गिल की फिटनेस भारत की जीत में निर्णायक साबित होगी, या देवदत्त पडीक्कल टीम के लिए नया मौका बनेंगे? अपनी राय कमेंट में जरूर दें।