जानें क्यों विराट कोहली को पिछले चार-पांच सालों में स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ संघर्ष करना पड़ा और कैसे उनकी तकनीक में बदलाव आया है।
विराट कोहली भारतीय क्रिकेट के सबसे बड़े सितारों में से एक हैं, लेकिन हाल के कुछ वर्षों में, खासकर स्पिन गेंदबाजी के खिलाफ, उन्होंने वह लय खो दी है जिसके लिए वह जाने जाते थे। आइए एक नजर डालते हैं कि क्यों विराट कोहली, जो कभी स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ अद्वितीय थे, अब इस चुनौती से जूझते नजर आ रहे हैं।
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Toggleविराट कोहली: 10 साल पहले का प्रदर्शन
2012-13 के दौर में जब विराट कोहली स्पिन के खिलाफ खेलते थे, तो वह अपनी कलाई और बॉटम हैंड का शानदार इस्तेमाल करते थे। उनका फुटवर्क कमाल का था, और वह गेंदबाजों के खिलाफ क्रीज पर आगे बढ़कर शॉट खेलने में माहिर थे। ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ 2013 में खेले गए एकदिवसीय मैच में कोहली ने 52 गेंदों में शतक जड़ा था और उस समय उनकी स्पिन के खिलाफ खेली गई पारी अद्वितीय मानी जाती है।
समस्या की शुरुआत: पिछले चार-पांच सालों में बदलाव
लेकिन पिछले कुछ वर्षों में, कोहली की स्पिन के खिलाफ खेल में कुछ समस्याएं देखने को मिली हैं। एक बड़ी वजह यह है कि स्पिन गेंदबाज अब गेंद को थोड़ा अधिक गति के साथ फेंकते हैं, जिससे बल्लेबाजों को समय कम मिलता है। राशिद खान जैसे गेंदबाज, जो गेंद को हवा में अधिक समय तक नहीं रखते, कोहली को परेशानी में डालते हैं। पहले कोहली क्रीज पर आगे बढ़कर बड़े शॉट्स खेलते थे, लेकिन अब गेंदबाजों ने अपनी रणनीति बदल दी है और उन्हें गेंद स्टंप्स के अंदर रखने की कोशिश की जाती है। इसका नतीजा यह है कि कोहली के कुछ पसंदीदा शॉट्स, जैसे ड्राइव और डैब शॉट, अब उनकी रणनीति का हिस्सा नहीं रहे।
विराट की तकनीक में बदलाव
कोहली की तकनीक में भी एक बड़ा बदलाव आया है। अब वह क्रीज पर थोड़ा और झुककर खेलते हैं और उनकी स्टांस भी पहले से अधिक खुली हुई नजर आती है। इसका उद्देश्य था, बाहरी ऑफ स्टंप पर गेंद से बचना, लेकिन इस बदलाव का नकारात्मक प्रभाव उनकी स्पिन खेलने की क्षमता पर पड़ा है। अब वह गेंदबाजों को फ्रंट फुट पर आकर खेलने में संघर्ष करते दिखते हैं।
विराट कोहली का स्पिन के खिलाफ संघर्ष – श्रीलंका सीरीज
श्रीलंका के खिलाफ हाल ही में खेली गई एकदिवसीय सीरीज में भी कोहली का प्रदर्शन स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ बेहद खराब रहा। तीनों मैचों में कोहली स्पिन गेंदबाजों को समझने में नाकामयाब रहे। खासकर, जहां पिच से स्पिनरों को मदद मिल रही थी, वहां कोहली की डिफेंस ही उनकी कमजोरी बन गई।
हालांकि, 2023 विश्व कप में कोहली ने अपेक्षाकृत बेहतर प्रदर्शन किया, खासकर जहां स्पिनरों को ज्यादा मदद नहीं मिल रही थी। लेकिन, नाथन लायन जैसे उच्च गुणवत्ता वाले स्पिन गेंदबाजों के खिलाफ उन्हें आने वाले दिनों में एक बड़ी चुनौती का सामना करना होगा।
विराट कोहली एक महान बल्लेबाज हैं, और जैसा कि उन्होंने कई बार दिखाया है, वह अपनी तकनीक और खेल को लगातार विकसित करते रहते हैं। उनके करियर में यह दौर शायद एक नई चुनौती है, लेकिन कोहली के पास इसे पार करने की क्षमता है। उनके स्पिन के खिलाफ खेल को देखकर यह अंदाजा लगाना मुश्किल है कि वह अपनी पुरानी लय वापस पाने में सफल होंगे या नहीं, लेकिन उनके खेल में हो रहे बदलाव को देखकर यह जरूर कहा जा सकता है कि वह इससे उबरने की पूरी कोशिश करेंगे।
आपकी क्या राय है? क्या विराट कोहली स्पिन के खिलाफ अपनी पुरानी लय वापस पा सकेंगे या स्पिन के खिलाफ उनका ये संघर्ष ही उनके करियर को बर्बाद कर देगा? हमें अपने विचार जरूर बताएं!