संजू सैमसन ने बांग्लादेश के खिलाफ तीसरे टी20 में धमाकेदार शतक लगाकर भारत को 297/6 के विशाल स्कोर तक पहुंचाया। मैच के बाद उन्होंने कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ ड्रेसिंग रूम के माहौल का खुलासा किया।

भारत और बांग्लादेश के बीच टी20 सीरीज के तीसरे मुकाबले में संजू सैमसन ने धमाकेदार प्रदर्शन करते हुए बांग्लादेश के गेंदबाजों की बखिया उधेड़ दी। हैदराबाद में खेले गए इस मैच में संजू ने अपने करियर का पहला टी20 अंतरराष्ट्रीय शतक जमाया और भारत ने अपने टी20 इतिहास का सबसे बड़ा स्कोर – 297/6 – बनाया। संजू की इस अविश्वसनीय पारी की बदौलत भारत ने बांग्लादेश के खिलाफ 3-0 से सीरीज क्लीन स्वीप की। इस यादगार प्रदर्शन के लिए संजू सैमसन को ‘प्लेयर ऑफ द मैच’ का खिताब मिला।
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Toggleसंजू सैमसन और सूर्या की 173 रन की साझेदारी
इस मैच में संजू सैमसन ने कप्तान सूर्यकुमार यादव के साथ मिलकर दूसरे विकेट के लिए 173 रनों की विशाल साझेदारी की। मैच के बाद दोनों ने एक खास बातचीत की, जिसमें संजू ने अपनी भावनाएं साझा कीं। बीसीसीआई द्वारा शेयर किए गए एक वीडियो में संजू ने कहा,
“मूल रूप से बहुत खुश हूं, शब्दों में बयान नहीं कर सकता, बहुत भावुक हूं और ईश्वर का आभारी हूं कि यह पल आया। हर किसी का अपना समय होता है।”
संजू ने अपने संघर्षपूर्ण सफर का जिक्र किया और बताया कि इस शतक तक पहुंचने का रास्ता आसान नहीं था, लेकिन विश्वास और मेहनत ने उन्हें इस मुकाम तक पहुंचाया। उन्होंने आगे कहा,
“मैं बस अपने काम को करता रहा, खुद पर भरोसा बनाए रखा और खुश हूं कि आप मेरे साथ थे जब मैंने यह शतक पूरा किया।”
ड्रेसिंग रूम के माहौल का किया खुलासा
जब संजू 96 रनों पर बल्लेबाजी कर रहे थे, तब उन्होंने बांग्लादेश के स्पिनर मेहदी हसन की गेंद पर चौका जड़कर अपना पहला टी20 शतक पूरा किया। जब कप्तान सूर्यकुमार यादव ने उनसे उस क्षण के बारे में पूछा, तो संजू ने बताया कि यह उनकी मानसिकता और ड्रेसिंग रूम में बनाए गए माहौल का नतीजा था।
उन्होंने कहा,
“श्रीलंका सीरीज के बाद से हमने ड्रेसिंग रूम में जो माहौल बनाया है, वही मेरे मन में था। बस एक ही संदेश है, ‘भाई जाओ…अग्रेसिव’।”
संजू ने यह भी बताया कि शतक के करीब पहुंचने के बाद भी वह बांग्लादेश के गेंदबाजों को आक्रामक तरीके से खेलते रहना चाहते थे। लेकिन कप्तान सूर्यकुमार ने उन्हें संभलकर खेलने की सलाह दी और कहा कि यह मौका उनके लिए खास है, इसलिए इसे आराम से लें।
संजू ने कहा,
“आक्रामकता और विनम्रता – यह वे दो शब्द हैं जो हमारे कप्तान और कोच हमें याद दिलाते रहते हैं। यह मेरी प्रकृति के अनुरूप है, इसलिए मैं इसे लगातार करता रहा। जब मैं 96 पर था, मैंने सोचा ‘उड़ाके करता हूं…’ लेकिन फिर सूर्या ने मुझे कहा कि थोड़ा समय लो, क्योंकि आपने इसे कमाया है।”
संजू का विस्फोटक प्रदर्शन और भारतीय टीम की शानदार जीत
संजू सैमसन की इस धमाकेदार पारी और उनके शतक ने भारतीय टीम को एक मजबूत स्थिति में ला दिया और बांग्लादेश के गेंदबाजों के खिलाफ उन्होंने कोई कसर नहीं छोड़ी। इस पारी के साथ उन्होंने न सिर्फ अपने करियर का पहला शतक लगाया, बल्कि टीम को एक विशाल स्कोर तक पहुंचाने में भी अहम भूमिका निभाई।
इस जीत के साथ भारतीय टीम ने बांग्लादेश के खिलाफ 3-0 से सीरीज पर कब्जा जमाया। इस सीरीज में भारत का प्रदर्शन अविश्वसनीय रहा और संजू के शतक ने इस जीत को और भी खास बना दिया। सूर्यकुमार यादव और संजू सैमसन के बीच हुई इस बातचीत ने टीम के भीतर की सकारात्मकता और ड्रेसिंग रूम के माहौल को साफ तौर पर उजागर किया।