Women T20 WC 2024 में भारतीय टीम से ट्रॉफी की उम्मीदें हैं। जानिए किन तीन खिलाड़ियों पर होंगी सबकी निगाहें और क्या भारत इस बार खिताब जीत पाएगा?
आईसीसी Women T20 WC 2024 की शुरुआत 3 अक्टूबर से यूएई में होने जा रही है, और भारतीय महिला टीम इस खिताब की प्रबल दावेदार मानी जा रही है। पिछले कुछ वर्षों में टीम ने आईसीसी इवेंट्स, अंतरराष्ट्रीय सीरीज और घरेलू क्रिकेट में जबरदस्त प्रदर्शन किया है। टीम की कुछ प्रमुख खिलाड़ी इस बार भी टूर्नामेंट में अपना दबदबा बनाए रखने के लिए तैयार हैं।
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ToggleWomen T20 WC 2024: स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा और रेणुका सिंह पर निगाहें
भारत के इस सपने को हकीकत में बदलने के लिए तीन खिलाड़ी विशेष रूप से महत्वपूर्ण साबित हो सकती हैं—स्मृति मंधाना, शेफाली वर्मा, और रेणुका सिंह।
- स्मृति मंधाना और शेफाली वर्मा का दारोमदार होगा कि वो टीम को शानदार शुरुआत दिलाएं। दोनों ओपनर बल्लेबाज अपने आक्रामक खेल के लिए जानी जाती हैं और उनसे उम्मीद होगी कि वे बड़े स्कोर की नींव रखें।
- रेणुका सिंह की जिम्मेदारी होगी कि वह अपनी सटीक गेंदबाजी से विपक्षी टीम को शुरुआती झटके दें। अपनी बेहतरीन लाइन और लेंथ से रेणुका विरोधी बल्लेबाजों को काफी परेशानी में डाल सकती हैं। उनका प्रदर्शन टूर्नामेंट में टीम की सफलता के लिए अहम होगा।
अनुभवी खिलाड़ियों का साथ
रेणुका सिंह के साथ पूजा वस्त्रकर, राधा यादव, और आशा सोभना भी अपनी गेंदबाजी से विरोधी टीम पर हावी होने की कोशिश करेंगी। पूजा और राधा जैसी अनुभवी खिलाड़ियों की उपस्थिति टीम को बैलेंस देगी, जबकि स्पिन विभाग भी विपक्षी बल्लेबाजों के लिए चुनौतीपूर्ण साबित होगा।
फैंस का बढ़ता रोमांच
क्रिकेट फैंस इस मेगा इवेंट का बेसब्री से इंतजार कर रहे हैं। भारतीय महिला टीम अपने पहले मुकाबले में 4 अक्टूबर को दुबई में न्यूजीलैंड से भिड़ेगी, जबकि 6 अक्टूबर को उनका सामना चिर-प्रतिद्वंद्वी पाकिस्तान से होगा। इस टूर्नामेंट में भारतीय टीम से बड़े प्रदर्शन की उम्मीदें हैं, क्योंकि पिछले कुछ सालों में टीम ने अपने खेल से दुनियाभर में पहचान बनाई है।
क्या इस बार आएगी ट्रॉफी?
भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने अपने बेहतरीन प्रदर्शन से विश्व क्रिकेट में एक मजबूत मुकाम हासिल किया है, लेकिन अब तक बड़े आईसीसी खिताब से टीम वंचित रही है। इस बार हरमनप्रीत कौर के नेतृत्व में फैंस को उम्मीद है कि टीम वह मुकाम हासिल करेगी, जिसका इंतजार सालों से किया जा रहा है। इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया इस खिताब की प्रमुख दावेदार मानी जा रही हैं, लेकिन भारतीय टीम की ताकत और अनुभव भी उन्हें खिताब की दौड़ में मजबूती से खड़ा करता है।