IPL 2025 से पहले पंजाब किंग्स द्वारा अर्शदीप सिंह को रिलीज करना एक बड़ा जोखिम साबित हो सकता है। जानें 3 कारण क्यों यह PBKS के लिए गलत निर्णय हो सकता है।
पंजाब किंग्स (PBKS) ने आईपीएल 2025 की मेगा नीलामी से पहले अर्शदीप सिंह को रिलीज करने का फैसला किया है, जिसने कई क्रिकेट प्रशंसकों को चौंका दिया है। भले ही PBKS के पास एक बड़ी नीलामी बजट है, लेकिन अर्शदीप जैसे मैच विजेता खिलाड़ी को रिलीज करना कई मायनों में टीम की रणनीति पर सवाल उठाता है। आइए जानते हैं कि PBKS के इस फैसले के क्या नतीजे हो सकते हैं और क्यों अर्शदीप को रिलीज करना एक गलती साबित हो सकती है।
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Toggle1. भारत के सर्वश्रेष्ठ टी20 पेसर में से एक
अर्शदीप सिंह ने पुरुषों के टी20 वर्ल्ड कप 2024 में शानदार प्रदर्शन किया था और जसप्रीत बुमराह के बाद भारत के सबसे महत्वपूर्ण पेसर के रूप में उभरे थे। उन्होंने टूर्नामेंट में 8 मैचों में 17 विकेट लिए, जो एक विश्व कप में किसी भारतीय गेंदबाज का सर्वाधिक रिकॉर्ड है।
PBKS के लिए उन्हें ₹18 करोड़ में न रखना समझ से बाहर लगता है, जबकि अन्य भारतीय खिलाड़ियों जैसे रुतुराज गायकवाड़ और रविंद्र जडेजा को यह राशि मिल रही है। अर्शदीप का एक अद्वितीय कौशल है: वह नई गेंद को स्विंग करा सकते हैं, यॉर्कर में माहिर हैं, और किसी भी परिस्थिति में दबाव को झेल सकते हैं।
इस युवा बाएं हाथ के गेंदबाज की उम्र केवल 25 वर्ष है और उनमें कई और वर्षों तक खेलने की क्षमता है। उनकी फिटनेस, प्रदर्शन और अनुभव को देखते हुए, उन्हें रिलीज करना PBKS के लिए एक बड़ा जोखिम साबित हो सकता है।
2. PBKS की पहचान
अर्शदीप सिंह केवल एक खिलाड़ी नहीं हैं बल्कि PBKS के साथ उनकी एक विशेष पहचान बन चुकी है। वह पंजाब से जुड़े हुए हैं और टीम के प्रशंसकों के बीच एक घरेलू हीरो की तरह हैं। उनके व्यक्तित्व और खेल शैली ने उन्हें टीम का चेहरा बना दिया था।
अर्शदीप का PBKS के साथ जुड़ाव, ठीक उसी तरह है जैसे चेन्नई सुपर किंग्स के साथ महेंद्र सिंह धोनी, रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर के साथ विराट कोहली, और मुंबई इंडियंस के साथ रोहित शर्मा का है। यह एक ऐसी पहचान है जो नीलामी में खरीदी नहीं जा सकती। भविष्य में PBKS उन्हें टीम का कप्तान बना सकती थी, लेकिन उन्हें रिलीज कर टीम ने अपनी फ्रैंचाइज़ी की एक विशेषता खो दी है।
3. नीलामी में PBKS की बढ़ेंगी परेशानी
PBKS ने अर्शदीप को रिलीज कर अपने नीलामी के इरादे का एक बड़ा हिस्सा अन्य टीमों के सामने प्रकट कर दिया है। अन्य टीमों को अब मालूम है कि PBKS उन्हें वापस पाना चाहेगी और संभवतः उनकी बोली बढ़ाने की रणनीति अपना सकती हैं।
नीलामी में अन्य टीमें PBKS को 18 करोड़ तक की बोली लगाने पर मजबूर कर सकती हैं, खासकर तब जब PBKS को अपनी गेंदबाजी लाइन-अप को मजबूत करने के लिए अर्शदीप जैसे पेसर की ज़रूरत है। अब, अगर नीलामी के दौरान अर्शदीप का नाम पहले आता है, तो अन्य फ्रैंचाइज़ियाँ PBKS पर दबाव बनाने की कोशिश कर सकती हैं ताकि PBKS को अधिक खर्च करना पड़े।
ऐसे में, अगर PBKS को सही समय पर अपनी रणनीति में बदलाव नहीं किया, तो यह फैसला उन्हें महंगा पड़ सकता है। अर्शदीप जैसे खिलाड़ी को खोने का मतलब होगा कि टीम को अपनी गेंदबाजी आक्रमण को नए सिरे से तैयार करना होगा, जो आसानी से संभव नहीं है।
आपकी क्या राय है? क्या PBKS ने अर्शदीप सिंह को रिलीज कर गलती की है? अपनी राय कमेंट में जरूर बताएं!