क्रिकेट के नियमों का उल्लंघन: ऑस्ट्रेलिया-स्कॉटलैंड टी20 मैच खेला गया बिना थर्ड अंपायर के, जानें क्या है पूरा मामला

CrickeTalk Team
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ऑस्ट्रेलिया-स्कॉटलैंड टी20 सीरीज के दौरान बिना थर्ड अंपायर के मैच खेला गया, जो ICC के नियमों का उल्लंघन है। जानें इसके पीछे का कारण।

क्रिकेट के नियमों का उल्लंघन: ऑस्ट्रेलिया-स्कॉटलैंड टी20 मैच खेला गया बिना थर्ड अंपायर के, जानें क्या है पूरा मामला

ऑस्ट्रेलिया-स्कॉटलैंड टी20 मैच में ICC के नियमों का उल्लंघन

स्कॉटलैंड और ऑस्ट्रेलिया के बीच खेले जा रहे टी20 सीरीज का दूसरा मुकाबला एडिनबर्ग के ग्रेंज क्रिकेट क्लब में खेला गया, जिसमें ऑस्ट्रेलिया ने स्कॉटलैंड को 70 रनों से हराकर सीरीज में 2-0 की बढ़त बना ली। हालांकि, इस मैच में कुछ ऐसा हुआ जो क्रिकेट के इतिहास में पहले कभी नहीं देखा गया था – यह इंटरनेशनल मैच बिना थर्ड अंपायर के खेला गया, जो कि ICC के नियमों का उल्लंघन है।

क्यों नहीं था थर्ड अंपायर?

इस सीरीज में थर्ड अंपायर की अनुपस्थिति ने न केवल स्कॉटलैंड बल्कि पूरे क्रिकेट जगत के फैंस को निराश कर दिया। ICC के नियमों के अनुसार, किसी भी इंटरनेशनल मैच में थर्ड अंपायर का होना अनिवार्य है। थर्ड अंपायर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है, खासकर जब ऑन-फील्ड अंपायर किसी निर्णय पर संदेह करते हैं। लेकिन इस सीरीज में थर्ड अंपायर की कमी एक बड़ी चूक मानी जा रही है।

मैच के दौरान क्या हुआ?

दूसरे टी20 मैच के दौरान एक विवादास्पद घटना घटी जब कंगारु ओपनर जेक फ्रेजर-मैकगर्क की संभावित स्टंपिंग पर कोई निर्णय नहीं लिया जा सका। ब्रैंडन मैकमुलेन की गेंद पर विकेटकीपर चार्ली टियर ने बेल्स गिराई, लेकिन थर्ड अंपायर की अनुपस्थिति के कारण इस पर कोई रिव्यू नहीं लिया गया। हालांकि, मैकगर्क इस मौके का फायदा नहीं उठा सके और केवल 16 रन पर आउट हो गए।

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मैच का परिणाम

ऑस्ट्रेलिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 4 विकेट पर 196 रन बनाए, जिसमें उनकी बल्लेबाजी ने दमदार प्रदर्शन किया। इसके जवाब में स्कॉटलैंड की टीम केवल 126 रन पर ही सिमट गई, जिससे ना सिर्फ उन्हें मैच, बल्कि सीरीज भी गंवानी पड़ी।

थर्ड अंपायर का महत्व और ICC के नियम

आईसीसी के नियमों के अनुसार, थर्ड अंपायर की भूमिका महत्वपूर्ण होती है। उन्हें ऑन-फील्ड अंपायर या खिलाड़ियों द्वारा रेफर किए गए सवालों का अंतिम निर्णय लेने का अधिकार होता है। थर्ड अंपायर की उपस्थिति से मैच में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहती है।

COVID-19 महामारी के दौरान, थर्ड अंपायर की नियुक्ति में कुछ बदलाव किए गए थे, लेकिन इंटरनेशनल मैच में उनकी भूमिका अभी भी अहम है। थर्ड अंपायर का कार्य खेल की निष्पक्षता बनाए रखना और ऑन-फील्ड अंपायरों के निर्णयों को सुनिश्चित करना होता है।

ऑस्ट्रेलिया और स्कॉटलैंड के बीच टी20 मैच बिना थर्ड अंपायर के खेला गया, जिससे ICC के नियमों का उल्लंघन हुआ। यह क्रिकेट के फैंस और खिलाड़ियों के लिए एक चौंकाने वाली घटना थी। क्रिकेट में थर्ड अंपायर की उपस्थिति बहुत जरूरी होती है, ताकि खेल में निष्पक्षता और पारदर्शिता बनी रहे।

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